भारी बारिश और बादल फटने से ऊपरी शिमला में आई प्राकृतिक आपदा का वीरवार को जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के हेलिकॉप्टर की रामपुर के बीथल में आपात लैंडिंग हुई। प्रशासन की ओर से चिह्नित स्थान के बजाय 500 मीटर दूर वैकल्पिक जगह हेलिकॉप्टर उतारना पड़ा। हेलिकॉप्टर में मुख्यमंत्री सहित लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, ठियोग से विधायक कुलदीप सिंह राठौर व मुख्यमंत्री के पीएसओ भी सवार थे।

तय स्थान पर हेलिकॉप्टर की लैंडिंग न होने से प्रशासन की सांसें फूल गईं। आनन-फानन में प्रशासनिक अमला वाहनों के काफिले को लेकर दूसरे स्थान पर पहुंचे। उधर, वीरवार शाम को वापसी में शिलारू के पास नेशनल हाईवे पर पहाड़ दरकने से मुख्यमंत्री का काफिला लुहरी-सुन्नी होकर शिमला पहुंचा। बीथल में जेएसडब्ल्यू कंपनी के प्रोजेक्ट परिसर में हेलीपैड बनाया गया था। सीएम सुबह शिमला से बीथल जाना था। मौसम खराब होने से सीएम दोपहर 1:00 बजे  हेलिकॉप्टर से गए।

बीथल में जहां लैंडिंग रखी थी, वहां पायलट ने हेलिकॉप्टर उतारना सहज नहीं माना। कुछ देर हेलिकॉप्टर आसमान में चक्कर लगाता रहा। इसके बाद चिह्नित स्थान से  500 मीटर दूरी पर आपात लैंडिंग करवाई गई। मंत्री विक्रमादित्य ने फेसबुक पोस्ट कर लिखा कि मां भीमाकाली के आशीर्वाद से सुरक्षित लैंडिंग हुई। एसडीएम कुमारसैन सुरेंद्र मोहन ने बताया कि पिछले दिन दो जगहों का चयन लैंडिंग के लिए किया था। पायलट ने दूसरे स्थान पर हेलिकॉप्टर उतारा।