इन दिनों साइबर अपराधी लोगों को सिम अपग्रेड के नाम पर ठगी की घटनाओं को अंजाम देने में लगे हैं। साइबर ठग सिम को 5जी में अपग्रेड करने का मैसेज भेज कर लोगों से ओटीपी और पिन पासवर्ड मांग रहे हैं। ताजा मामला राजधानी से सटे धामी क्षेत्र का है। यहां पर एक मोबाइल रिटेलर और चार लोगों को इस तरह के मैसेज आए। ठगों ने ओटीपी और पिन पासवर्ड मांगा। हालांकि जागरूकता के चलते यह सभी ठगों के झांसे में नहीं आए। दूरसंचार कंपनियों ने भी लोगों से सावधान रहने की हिदायत दी है।
साइबर ठग आए दिन ठगी के नए-नए तरीके इजाद करने में लगे हैं। दरअसल हिमाचल में 5जी मोबाइल सर्विस शुरू होने के बाद से ही ठगों ने 5जी सर्विस का झांसा देकर लोगों को ठग रहे हैं। मोबाइल उपभोक्ता साइबर ठगों की ओर से भेजे लिंक को जैसे की क्लिक कर रहे हैं। मोबाइल पर ओटीपी आता है और ओटीपी डालते ही मोबाइल हैक हो जाता है। लिंक के जरिए साइबर अपराधी न सिर्फ फोन को हैक करते हैं, बल्कि फोन का डेटा भी चोरी कर लेते हैं। इस तरह लोग ठगों के इस जाल में फंसकर 4जी नेटवर्क को 5जी नेटवर्क में बदलने और प्रोसेसिंग के नाम पर लिंक पर जाकर जमा पूंजी गंवा रहे हैं।
अंजान नंबर से आए लिंक को न करें क्लिक
अंजान नंबरों से आए लिंक को खोलने से बचें। इससे मोबाइल यूजर का डाटा भी चोरी हो सकता है। मोबाइल उपभोक्ता 5जी से जुड़े किसी भी तरह की फर्जी मैसेज और फोन कॉल पर सावधानी बरतें। किसी भी तरह की ठगी होने की स्थिति में नजदीकी थाने एवं हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। – सुनील नेगी, एएसपी मुख्यालय शिमला।
कैसे बचें
-अनजान मैसेज एवं लिंक आने पर सतर्क हो जाएं।
– मैसेज लिंक को बिना सोचे समझे क्लिक ना करें।
– 5जी के लिए सिम अपग्रेड ऑफर के झांसे में न आएं।
– आईडी, पिन, पासवर्ड, सीवीवी कोड, ओटीपी, वीपीए जानकारियां न दें, न भरें।