उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा है कि छह बागी नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट से याचिका वापस लेकर अपने गुनाह को कबूल कर लिया है। उन्होंने कहा कि अयोग्य घोषित होने के बाद उन्न्होंने विधानसभा स्पीकर के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन अब याचिका को वापस ले लिया है। इसका सीधा मतलब यह है कि स्पीकर का फैसला सही था और नियमों के अनुसार लिया गया था। उन्हें पता चल चुका था कि वह कानूनी लड़ाई हार चुके हैं और कोर्ट से फैसला उनके विरुद्ध ही आएगा। उन्होंने कहा कि इन सभी को अपनी याचिका वापस लेने का कारण सार्वजनिक करना चाहिए। उनका असली चेहरा सामने आ गया है और उन्हें प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

शनिवार को उद्योग मंत्री चौहान ने कहा कि जनता की अदालत में उन नेताओं की हार तय है। आज हालत यह हो गई है कि दागी अपने चुनाव क्षेत्र में लोगों का सामना नहीं कर पा रहे हैं। लोग सवाल पूछ रहे हैं और वह जवाब देने में नाकाम हैं। सभी छह दागियों के खिलाफ पूरे प्रदेश में एक लहर बन गई है, जो एक जून को कहर बनकर उन पर टूट पड़ेगी। जनता ने उपचुनाव में दागियों को हराने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के धनबल को जनबल जवाब देगा। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश के मतदाता लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस को विजयी बनाएंगे।

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