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शिमला की पब्बर नदी में डूबे युवक को दूसरे दिन एनडीआरएफ की टीम चार घंटे तक तलाशती रही। कामयाबी मिलती नहीं दिखी तो सूचना पर ठियोग के बलग गांव के मदन पांडेय मौके पर पहुंचे और नदी में उतर गए। मात्र 10 मिनट में ही गहरे पानी में उन्होंने शव को बिना किसी उपकरण पैर के सहारे खोज लिया। इसके बाद एनडीआरएफ टीम की मदद से शव बाहर निकाला गया। हाटकोटी में पब्बर नदी में सोमवार को नहाते समय ठियोग तहसील के ही गुठाण गांव के आर्यन 19 की मौत हो गई थी
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डूबने के बीस घंटे बाद ठियोग के बलग गांव से मदन पांडेय नहीं पहुंचे होते तो लोगों का गुस्सा फूटने वाला था। युवक का शव बरामद करने के बाद घटना स्थल पर मौजूद लोग शांत हुए। युवक के डूबने की सूचना सरकारी तंत्र को सोमवार दोपहर 3.30 बजे तक मिल चुकी थी। सोमवार शाम चार बजे एक जेसीबी मौके पर पहुंचते ही खराब हो गई। पहले दिन शाम करीब सात बजे एलएनटी मशीन को मौके पर पहुंचाया गया।
मशीन की खुदाई से पानी की गहराई चार फुट तक कम की गई, पर अंधेरे के कारण अभियान को रोका गया। एनडीआरएफ की टीम को युवक की तलाशी के लिए रामपुर से बुलाया गया। करीब तीन घंटे तक पानी में राफ्ट पर बैठकर डंडों के सहारे युवक की तलाश की गई। टीम के एक दो सदस्य पानी की गहराई में गए, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। करीब 12:15 बजे ठियोग के बलग गांव निवासी मदन पांडेय मौके पर पहुंचे। दस मिनट में ही डूबे युवक को पांव के सहारे करीब पांच फुट गहरे पानी में तलाश लिया।
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